22 साल से ये आदमी इस गड्ढे को क्यों खोद रहा है?
Santiyago के रहने वाले व्यक्ति को कुछ ऐसा मिला जिसको हम ईश्वर का ही आशिर्वाद कह सकते हैं। उसने अचानक एक दिन सपने में देखा कि उसे भगवान ने जमीन मैं गढा खोदने को कहा है। उसने इस बात को serious ले लिया और अपनी जमीन में गढा खोदने लगा और ये काम वो 20 सालों तक लगातार करता रहा।
इस आदमी का नाम Sanchez है। इसको हॉल मैन के नाम से भी जाना जाता है। इस काम को अंजाम देने के लिए इस आदमी ने किसी की भी मदद नहीं ली एकेला ही 20 साल तक एक ही गड्ढे को खोदता रहा। और इस गड्ढे में वो किसी और को जाने भी नहीं देते हैं। 2016 में एक रिपोर्टर इस गड्ढे में गया था। पर जल्द ही इस गड्ढे के हालात बद से बद्दतर हो गए। चलो इसी कहानी के बारे हम आपको जानकारी देने वाले हैं। सुझाव के लिए नीचे comment कर सकते हैं। तो चलिए। इस कहानी कि सुरूआत होती है सन् 1998 में। santiyago के रहने वाले सांचेज को सपने में भगवान द्वारा एक काम दिया गया और वो काम था जमीन में गढा खोदना। और इस काम को उसे रोकना नहीं था जब तक भगवान खुद ही रोकने को ना कहें।
और इस आदमी ने बिना कुछ सोचे समझे इस काम को करना सुरु कर दिया। सुरूआत में इस काम को बहुत धीरे धीरे करना सुरु किया और उन्होंने कितना गढा खोदा ये जानकर आप चौंक जाएंगे। आज उनकी उम्र 70 साल की हो गई है, और वो एक किसान हैं। उनकी वजह से उनका गाव पूरे सहर में जाना जाता है। उनके गाव में 18 हजार लोग रहते हैं। और उनमें से एक sanchez हैं। इस दुनिया के वह ही अकेले ऐसे आदमी है, जिन्होंने अपनी जिंदगी के अहम 20 साल खुदाई में गवा दिए। और इसके पीछे भी एक कारण हैं। इन सब की सुरूआत होती है 5 November 1998 के दिन इस दिन वो एक धार्मिक प्रोग्राम में हिस्सा लेने गए थे। और उसी रात उन्होंने सपने में ये महसूस किया कि भगवान ने उन्हें ये काम करने को कहा है। और वो था गढा खोदने का काम। लेकिन ये गढा भी कोई आम नहीं था। ये उनको जब तक खोदना था जब तक फिर भगवान आकर ना कह दे। और दूसरे दिन वो इस काम को करने लग गए और ये उनको भी अंदाजा नहीं था कि अगले 20 साल उनके इस गधे में जाने वाले हैं। और अजीब बात तो ये थी कि उनको ये भी नहीं पता था कि में ये गढा किस वजह से खोद रहा हूं। उनके पड़ोसियों के मुताबिक ये गढा बहुत पतला और गहरा है। दूर-दूर से लोग इसे देखने भी आते हैं। परन्तु इस गड्ढे के पास किसी को भी जाने की इजाजत नहीं हैं। और उनको खुद नहीं पता कि मैने ये गढा क्यों खोदा है। और इसका आगे क्या करेंगे। जानने के बारे में इच्छुक जरूर होंगे। क्या सच में भगवान ने उनसे इस बारे में बात करी और इस गड्ढे को खोदने के बाद कुछ इनाम मिलेगा। अगर मिलेगा तो वो इनाम क्या हो सकता है। परन्तु उनको इस मेहनत का कुछ तो इनाम मिलना ही चाहिए।
आप खुद सोच कर देखिए अगर आप 20 सालों तक एक ही गड्ढे को खोदने में लगे रहे तो आप की हालत कैसी होगी। क्योंकि ये इतनी मेहनत का काम है कि इसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। आज 2020 आ गया है Sanchez को आज भी नहीं पता है की इस गड्ढे का वो क्या करेंगे। और इसको खोदना कब बंद करेंगे, आज वो इस उम्र में भी हर रोज़ इस गड्ढे को खोदने में लगे रहते हैं। और बात ये है कि उनको ये गढा खोदने की हिम्मत कहा से आती है। तो इसका जवाब है इनाम भगवान ने जब उनको ये गढा खोदने को कहा तब साथ में ये भी कहा कि जब ये गड्ढे को खोदने का अंत होगा तब उनको एक अच्छा सा इनाम भी दिया जायेगा। सुनने में आपको ये बहुत अजीब जरूर लग रहा होगा। तो आप भी मेरी तरह Sanchez की इस कहानी को सोचिए इस आदमी का पूरा दिन केसा होता होगा। उनके दिन की सुरूआत होती है सुबह 3 बजे से। हर रोज वो सुबह 3 बजे उठकर काम में लग जाते हैं। यकीन से हर रोज यही काम करना आसान नहीं है । तपतपाती गर्मी और धरती की गहराई की नमी का भी सामना करना पड़ता है। साथ ही नीचे गहरा अंधेरा होने की वजह से उनको रोशनी का भी अलग से इंतजाम करना पड़ता है। हर रोज वो अपने गड्ढे कि देखबाल करते हैं। और गड्ढे में जाकर खुदाई करके साथ में मिट्टी भी उठाकर लाते हैं। ऐसा पिछले 20 सालों से चलता आ रहा है। क्या आप ऐसा कर सकते हैं हर रोज सुबह 3 बजे उठना और फिर गड्ढे कि खुदाई करना लेकिन वो इससे भी जल्दी उठने की कोशिश कर रहे है जिससे वो गड्ढे को और ज्यादा खोद सके। जिससे भगवान उनसे जल्दी खुश होंगे और भगवान उन्हें जल्दी खुदाई खत्म करने का आदेश देंगे और कुछ अच्छा उन्हें इनाम देंगे। जब वो शाम को अपना काम खत्म कर के घर जाते हैं तो उनके पास बहुत सारी मिट्टी भी होती है एक दस्क से इस गड्ढे कि खुदाई करने के बाद अब वो गढा कम सुरंग ज्यादा नजर आ रहा था। मुहाने से देखने पर ऐसा लगता है जैसे इसका कोई अंत ही नहीं है। Sanchez कहते हैं कि पूरी दुनिया में सिर्फ वो ही एक ऐसे व्यक्ति हैं जो इस गड्ढे के अंदर जा सकते हैं। और ये सच भी है कि आज तक इस गधे में कोई भी नहीं गया है।