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दिमाग हिला देने वाले आविष्कार जो अनजाने मैं हुए। Accidental Inventions

कुछ चीजे जो हम अपनी लाइफ में इस्तेमाल करते हैं अगर में आपसे कहुं वो गलती से इस दुनिया में आई हैं तो आप क्या सोचेंगे सच मुच चोकाने वाली बात है ना चलो जानते इन सब के बारे में कोन कोन सी वो चीजें हैं जिनका गलती से अविष्कार हुआ है।


दिमाग हिला देने वाले आविष्कार जो अनजाने मैं हुए


Microwave



1-
माइक्रोवेव -जैसा कि माइक्रोवेव इसे तो हम सब ही यूज करते हैं अपने घरों में ऑफिस में। माइक्रोवेव दुनिया के सबसे लोकप्रिय घरेलू उपकरणों में से एक है लेकिन आप सायद ही ये जानते होंगे कि इसका अविष्कार केसे हुआ होगा। साल 1945 में Raytheon Corp. में काम करने वाले एक इंजिनियर परसी सपेंसर एक रडार रिलेटिड एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। एक वैक्युम ट्यूब को टैस्ट कर रहे थे। टैस्ट करते वक्त उन्होंने देखा कि उनके पॉकेट में एक चॉकलेट वार थी जो एक्सपेक्ट समय से पहले ही पिघल गई। उसके बाद उन्होंने ये जानने की कोशिश करी की ट्यूब के सम्पर्क में आने से बाकी चीजे भी पिघ्लेगी उन्होंने ट्यूब पर अंडे और पॉप कॉर्न पर टैस्ट करके देखा तो वे इस नतीजे पर पहुंचे कि वो सारी चीजे माइक्रोवेव एनर्जी कि वजह से पिघल रही थी। कुछ और टैस्ट के बाद स्पेंसर ने 1945 में पहला माइक्रोवेव बनाया और आज हर घर का ये जरूरी उपकरण बन गया है।



Icecream corn


icecream corn



2- आईसक्रीम corn- आईस क्रीम किसे पसंद नहीं अगर आपको आईस क्रीम cups और कैंडी से ज्यादा आईस कॉर्न खाने में ज्यादा मज़ा आता है तो आप आईस क्रीम कॉर्न केसे इजात हुआ है ये जानकर बहुत खुश हो जाएंगे। 1903 में ST. लुईस आईस क्रीम बूथ लोगों से भरी थी और इसी वजह से जल्द ही सारे आईस क्रीम कप खत्म हो गए थे। तभी पड़ोस के   Ernest Hamwi  वेफल  बेच रहे थे। उसने उस आईस क्रीम वाले कि मदद करने के लिए वेफल को रोल किया और उसमे आईस क्रीम भरने के लिए देने लगा और लोग उसे एक के बाद एक खाते ही रह गए। क्योंकि वो आईस क्रीम कॉर्न के साथ बहुत ही टेस्टी लग रहा था। और ऐसे हुआ आईस क्रीम कॉर्नस का अविष्कार  है ना मजेदार।


Vaseline


3-वैसलीनवैसलीन स्किन प्रोडक्ट की जानीमानी ब्रांड हैं फटे होठ से लेकर मुलायम त्वचा तक का दावा करती है। इसका अविष्कार त्वचा के लिए सबसे पहले फैक्टरी वर्कर करने लगे थे। सन् 1859 में रोबर्ट चिसब्रोघ पेनसिल्वेनिया में एक ऑयल वेल को देखने गए थे तब उन्होंने वहां के लोगों को ये कहते हुए सुना कि ऑयल फैक्ट्री के वर्कर के लिए एक जेली जैसा पदार्थ जिसे रोड वैक्स कहते हैं। मुसीबत का कारण बना हुआ है। जो मशीन में अटक जाता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि वो पदार्थ फैक्ट्री वर्कर अपनी फटी हुई त्वचा पर लगाते हैं तो उससे उनको काफी आराम मिलता है। रॉबर्ट उस पदार्थ को प्रयोग करने के लिए अपने साथ अपने घर ले आए। और आज वही पदार्थ वेसलीन या पेट्रोलियम जेली सभी के घर पर पाया जाता है।




Gunpowder


4- गनपाउडर- क्या आप जानते हैं कि गनपाउडर हर हथियार का एक जरूरी हिस्सा है। इसका भी बाय ऐक्सिडेंट अविष्कार हुआ था। ये तो बिल्कुल नहीं पता इस से फायदा हुआ है या नुकसान। 9th सेंचुरी के आस पास चाइनीजअल्केमिस्ट इंटरनल लाइफ के बारे में कुछ खोज कर रहे थे जो उन्होंने साल्ट पीटर सल्फर चारकोल को मिक्स किया तो गनपाउडर बन गया। अगला नंबर है कोका कोला।



Coca cola


coca cola colddrinks



5-कोका कोला- अगर आप को ये ड्रिंक बहुत पसंद है। तो अपने जॉन पेंबर्टेन का नाम सुना ही होगा। वो एक फार्मासिस्ट थे। वो अपने सर दर्द का छुटकारा पाने के लिए इलाज ढूंढ़ रहा था। उसने इलाज के तौर पर एक रेसिपी बनाई  कोको लीव्स और कोला नरस को इकठ्ठा किया सिरप में फिर जब उसकी मार्केटिंग सुरु हुई तो एक ग्राहक ने पानी कि वजाए उसको सोडा से मिला दिया और ऐसे हुआ हमारी पसंदीदा ड्रिंक्स कोका कोला का आविष्कार। इसके बाद अगला है मैचस स्टिक्स।



Match sticks


6-
मैचस स्टिक्स- मोबाइल टॉर्च और इंडेक्सन स्टोव के चलते सायद मैच स्टिक्स  की जरूरत को इतना अच्छे से नहीं पता चल पाया। जितना हमारे पूर्वज समझ पाए तब ना ही तो बिजली थी और ना ही गैस स्टोव थे। सन् 1827 में जॉन वॉकर हमेशा कि तरह लकड़ी के डंडे से केमिकल को मिलाकर दवाइयां तेयार कर रहे थे। एक दिन उन्होंने देखा कि केमिकल मिलाते वक्त एक लकड़ी में कुछ पदार्थ चिपक गया था। जब उस लकड़ी के पदार्थ को स्क्रैप करने कि कोशिश की तो आग जल गई। बिना बिजली कि दुनिया में रोशनी लाने के लिए उनको एक सुझाव आया उन्होंने कार्ड बोर्ड मैचेस को बनाके उनको बेचना शुरू कर दिया। उसके बाद छोटी छोटी लकड़ी की स्टिक्स और sandpaper से बदला गया। और इसके बाद आता है चॉकलेट चिप कुकीज।


Chocolate chip cookies


7-
चॉकलेट चिप कुकीज- अगर इसका आविष्कार नहीं हुआ होता तो स्वीट टूथ कि जिंदगी में कुछ अधूरा रह जाता। हम बात कर रहे हैं चॉकलेट चिप कुकीज की अभी तो चॉकलेट चिप कुकीज बहुत से ब्रांड और बहुत से वर्जन में बनाई जाती है। सबसे पहले इसका आविष्कार बाय एक्सिडेंटल हुआ था। टोल हाउस इन में रहने वाली महिला रूथ अमेरिका से 1937 का वो दिन इस महिला के लिए काफी आम था। उसके घर मेहमान खाना खाने आने वाले थे। और वो बटर कुकीज डिजर्ट के लिए बनाने वाली थी। लेकिन उस दिन रूथ ने घर पर पड़े नेस्ले चॉकलेट बार के टुकड़े कर के कुकीज में डाल दिए और वो कुकीज बनने का इंतजार करती रही। लेकिन जब कुकीज बनी तो चॉकलेट मेल्ट नहीं हुआ वो टुकड़े कुकीज में चड़ गए और उसने वो कर्नची कुकीज मेहमानों को सर्व के दी और फिर जल्द है उसकी चॉकलेट चिप कुकीज फेमस हो गई और ऐसे हुआ चॉकलेट चिप कुकीज का आविष्कार। और अगला है पोस्ट इट नोट्स।


Post it Notes




8-पोस्ट इट नोट्सडॉक्टर स्पेंसर सिल्वर 1968 में 3M कम्पनी में काम करते थे। वो एक स्ट्रॉन्ग re-adherable  बनाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उनके बदले मिला एक लॉ टेक अच्छी क्वालिटी का adhesive जो कि एक पेपर को हॉल करने में सक्षम था। इस  adhesive की सबसे अच्छी बात ये थी इसे पेपर पर लगाने के बाद इसे रेक्यू लेट करने के बाद वापस उसे सटीक करने के लिए यूज किया जा सकता था। लेकिन तब स्पेंसर को नोट्स का ख्याल नहीं आया था जब साल 1974 में उसके colleague  को चर्च में मार्क करने के लिए कुछ स्टिक पेपर की जरूरत थी और तब इस्तेमाल किया स्पेंसर के स्टिक पेपर का। और आज सायद ही हम इसके बिना लाइफ सोच सकते हैं। 

 


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