Flannan isles Light house - इस जगह जो कोई भी गया वो कभी वापस नहीं लौटा
दोस्तो आज हम कुछ ऐसी रहस्यमय खोजों के बारे में बात करेंगे इस आर्टिकल में। हम लोग नई और रहस्यमय चीजों के बारे में जानने के लिए सदैव इच्छुक रहते हैं। तो चलिए बात करते है ऐसे ही कुछ रहस्यमय घटनाओं के बारे में। जिस घटना के वो घटना किस कारण या किस वजह से हुई इसका पता लगाना तो मुश्किल है। जिसका आज तक पता नहीं चल पाया है। तो चलिए जानते इस रहस्यमय घटना को बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो एक असाधारण घटना हुई थी। ये घटना है एक लाइट हाउस और वहां रहने वाले 3 लोगों की जो कहां गायब हो गए विस्तार से।
Flannan isles Light house
वेस्टर्न स्कॉटलैंड में मौजूद Flannan isles सैकडों छोटे छोटे आईलैंड का समुह है। 16 दिसंबर 1900 सुबह का दिन आक्ट्रेन नाम का एक steamer आइलैंड के पास से होकर जा रहा था। इस steamer के कैप्टन ने इस आइलैंड के Flannan mor isles लाइट हाउस को निष्क्रिय अवस्था में देखा। दूर से देखने पर ही पता चल रहा था कि लाइट हाउस ऑपरेशनल नहीं है। जब कि किसी भी लाइट हाउस का ऑपरेशनल होना जरूरी था। steamer के कैप्टन ने ये बात तट पर जाकर लाइट हाउस की रखवाली करने वाली एजेंसी को बता दी जिसे सुनकर वो सब लोग हैरान हो गए। क्योंकि रखवाली करने वाली एजेंसी द्वारा उस लाइट हाउस पर एक सप्ताह पहले ही 3 लोगो को रखा गया था।
जिनका नाम था डोनाल्ड मैकार्थुर थॉमस मार्शल और जेम्स डूकाट इस आइलैंड का नाम 7 सेंचुरी के एक आयरिश पेस्ट सेंट फलैनेन के नाम पर रखा गया था। लेकिन यहां पर कभी भी कोई आबादी आकर नहीं रही। लेकिन इस आइलैंड को हमेशा ही बहुत रहस्यमय और डरावना माना जाता था। इस जगह को बहुत सी अन होनी घटनाओ वाला क्षेत्र माना जाता था। लाइट हाउस के निष्क्रीय होने की खबर मिलते ही हेशप्रेस नाम के एक रिलीफ वेसेल को यहां पर भेजा गया लाइट हाउस की जांच के लिए। जिसमे लाइट हाउस में तैनात 3 लोगो के लिए खाने पीने और अन्य जरूरी समान भी ले जाया गया। इस रिलीफ वेसेल पर कैप्टन जेम्स हार्वे था।
Light House
जब उनका रिलीफ वेसेल लाइट हाउस के पास पहुंचा तो कैप्टन जेम्स ने देखा लाइट हाउस पर सिंग्नल फ्लैग मौजूद नहीं है. किसी भी लाइट हाउस पर लहराते फ्लैग मतलब होता है की वहां स्टाफ मौजूद है. और लाइट हाउस सही तरीके से काम कर रहा है. फ्लैग को अपनी जगह पर मौजूद नहीं देख कर कैप्टन ने अपने वैसेल को जोर जोर से हॉर्न बजाना शुरू कर दिया. लेकिन हॉर्न देने के बाद भी लाइट हाउस मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई अब कैप्टन समझ चुके थे, की लाइट हाउस मैं जरूर कोई गड़बड़ है. लेकिन कैप्टन कुछ देर मैं वहां पहुँच कर जो देखने वाले थे उस चीज का अभी तक उन्हें कोई अंदाजा नहीं था. किनारे पर जाकर कैप्टन ने देखा की बाहर सप्लाई क्रेट पड़ी हुई थी. जब की उन सप्लाई क्रेट को अंदर होना चाहिए था. जो अंदर रखी हुई थी खाली क्रेट उनको बाहर होना चाहिए था. ये सब देख कैप्टन और एक उनके साथी ने लाइट हाउस के आस पास के इलाके की छान बिन करने का फैसला किया और पूरा आइलैंड सुन सान और बियाबान की तरह नजर आ रहा था. किनारे के पत्थरों पर पड़ती लहरों की आवाज के अलावा और कोई भी आवाज नहीं आ रही थी दूर दूर तक. जोसेफ मोरेह ने किनारे पर जाते ही छान बिन करने का फैसला कर था. और वहां जाकर उन्होंने देखा की लाइट हाउस का मैन दरवाजा दोनों तरफ से बंद था.
बहुत देर नोक करने और आवाज लगाने के बाद जब किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजों को जबरदस्ती खोला गया। जोसेफ ने अंदर जाकर देखा तो वहां पर रखे एक लैंप को साफ करके रिफिल किया गया था जो की ऐसी स्तिथि में असमान्य बात थी। लेकिन कमरों में जाकर उन्होंने देखा कि बेड पूरी तरह से अस्वस्थ अवस्था में थे मानो की कोई अभी अभी सोकर उठा हो। और पास में रखी एक टेबल पर बर्तनों में खाना रखा था। और टेबल के आस पास रखी गई तीन चेयर में से एक चेयर नीचे गिरी हुई थी। मानो कोई हड़बड़ा हट में कोई वहां से निकला हो। और साथ ही जोसेफ और कैप्टन ने देखा कि लाइट हाउस में जगह जगह पर घड़ीयां लगी हुई थी। लेकिन वो सब एक जगह बंद अवस्था में थी। जो कि देखने पर बहुत चोकाने वाली बात थी। लाइट हाउस की पूरी तरीके से छान बीन करने के बाद भी जो लाइट हाउस में तीन लोग कार्यरत थे उनका अता पता भी नहीं चल पाया।
कैप्टन और जोसेफ ने लाइट हाउस के बाहर जाते समय देखा कि मैन दरवाजे के पास लगी तीन खुंटियो में से एक पर कॉट रखा हुआ था। और बाकी दो पर कॉट नहीं रखा था। जिसका मतलब था बाहर जाते समय दो लोगों ने कॉट पहना हुआ था और सायद एक जल्दबाजी में कॉट नहीं पहन पाया था। साधारण लाइट हाउस का सदैव ये नियम होता है कि लाइट हाउस में कम से कम एक व्यक्ती का होना जरूरी होता है। जिससे किसी भी कठिन परिस्थिति में समय रहते निपटा जा सके। लेकिन यहां ऐसा क्या हुआ था जो लाइट हाउस पर तैनात तीनों लोगो को जाना पड़ा। ये एक ऐसा विषय था जो वहां पर मौजूद हर इंसान के दिमाग में घूम रहा था। और उन्हें ये जानने के लिए मजबुर कर रहा था। कैप्टन और जोसेफ और उनके अन्य साथी अब तक वो ये सब समझ चुके थे कि यहां पर कुछ तो असमान्य घटना घटित जरूर हुई है। उन्होंने आस पास के तटवर्ती इलाकों में उन तीनों लोगो को खोजने की बहुत कोशिश की परन्तु उनका कोई नामों निशान भी नहीं मिल पाया। और वापस आकर तीनों लोगो की घूम सुदगी की खबर को टेलीग्राफ की सहायता से नॉर्थेन लाइट हाउस बोर्ड को भेजी गई। और उसके बाद इन घटना कि तप्तिस का जीमा नॉर्थेन लाइट हाउस के सुप्रिडेंट रॉबर्ट मुरहेड को दिया गया। और अब यही से इस अनसुलझी कहानी में नए नए रहस्य जुड़ते गए। और इस ऑफिशियल इन्वेस्टिगेशन की शुरुआती चरण में रोबर्ट को लाइट हाउस से एक लोक बुक बरामद हुई। ये वो डॉक्यूमेंट होता है। जिसमे लाइट हाउस कीपर को लाइट हाउस की हर छोटी बड़ी घटना और साथ ही मौसम से जुड़ी जानकारी को मेंशन करना होता है। लोक बुक में 15 दिसम्बर की शाम के बाद से कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी। इसका मतलब साफ था कि 15 दिसम्बर की शाम के बाद उन तीनों लोगो के साथ कुछ तो रहस्यमय घटना घटित हुई थी। लोक बुक में 12 दिसंबर को थॉमस मार्सल ने लिखा था कि उस दिन लहरें बहुत भयानक रूप में किनारे से टकरा रही थी। और उन्होंने 20 साल के कैरियर में इतनी भयानक लहरें पहली बार देख रहे थे इससे पहले कभी नहीं देखी थी। साथ ही जेम्स डूकोट के बारे में लिखा गया था कि वो सुबह से बहुत गुम सुम और परेशान हैं। वो ना तो किसी से बात कर रहे हैं और डॉनल्ड मेकार्थर रो रहे हैं और बहुत ज्यादा घबराए हुए हैं। ये बात जांच कर रहे रॉबर्ट को बहुत अजीब लगी। क्योंकि लाइट हाउस पर काम करने वाले तीनों ही लोग अक्सपरियंस और मजबूत दिल वाले थे। उन लोगों का इस तरह से लहरों को देखकर घबरा जाना बहुत असमान्य बात थी। 13 तारीख को लोक बुक में लिखा था हवाओं का रुख अब बदल गया है। लेकिन समुन्द्र आज भी गुस्से में लग रहा है। परन्तु उनको ऐसा क्या लग रहा था कि वो ये सब जानते हुए भी कि लाइट हाउस में वो बिल्कुल सेफ हैं फिर भी वो इतना घबरा रहे थे। और अन्तिम पेज यानी 15 दिसम्बर को लिखा गया था कि अब आखिर समुन्द्र सांत है और हवा का रुख भी कम हो गया है।
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लेकिन इससे भी अजीब बात तो ये थी कि लाइट हाउस के आस पास से गुजरने वाले किसी भी जहाज ने इन तारीखों को जो लोक बुक में जानकारी दी थी 12,13,और 14 या 15 दिसंबर को मौसम खराब होने की कोई सूचना नहीं थी। और ना ही मौसम विभाग को मौसम खराब होने की जानकारी मिली थी। जो की फ्लैनेन आईलैंड बहुत से आइलैंड्स का एक समूह है इसलिए इलियन मोर आइलैंड जिस पर ये लाइट हाउस था उसके आस पास के अन्य आइलैंड्स पर मौजूद जहाजों और एक अन्य लाइट हाउस पर भी इन तारीख के मौसम के बारे मैं जानकारी ली गई परन्तु सभी का यही कहना था की इन दिनों मौसम बिल्कुल साफ था। फिर वहां आखिर ऐसा क्या घटित हुआ था कि केवल उन तीन लोगों को कि उस मौसम का सामना करना पड़ा था। अगर वो लाइट हाउस से बाहर निकले तो लाइट हाउस के दरवाजे अंदर से बन्द क्यों थे। और अगर वो अंदर ही थे तो उनकी कोई भी जानकारी क्यों नहीं मिली आखिर क्या हुआ था वहां। उनको धरती निगल गई या वो कहां चले गए। और इस घटना कि जानकारी आज तक नहीं मिल पाई है कि वो कहां गए और क्या हुआ था उनके साथ और जो बुक में लिखा गया था वो उनको आभास हो रहा था या उनकी कोई कल्पना या रहस्यमय सच आखिर वो तीनो गए कहां और इस घटना के बाद आज तक उन तीनों लोगो का कुछ भी पता नहीं चल पाया है और ना ही इस घटना को कोई सुलझा पाया है। ये आर्टिकल पढ़ने के लिए धन्यवाद् दोस्तो आपको खूब मज़ा आया होगा इस कहानी के बारे में जानकर अगर हां तो नीचे Comment करना ना भूलें और plz share