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दुनिया में हूए अब तक के कुछ रोंगटे खड़े कर देने वाले Coincidences

 

हेल्लो दोस्तो आज हम आपको कुछ ऐसे सयोंग के बारे में बताने वाले हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप बिल्कुल चकित रह जाओगे  ऐसा केसे हो सकता है। तो चलिए बात करते हैं इन्हीं सब सयोंग के बारे में और दोस्तो आपने भी कभी ऐसा कुछ  experience किया हो और आपको लगा हो कि ऐसा कैसे हो सकता है। तो हमे नीचे comment करके जरूर बताएं हमे बहुत अच्छा लगेगा।




एक हॉलीवुड एक्टर Anthony Hopkins 1984 में एक मूवी में काम किया था मूवी का नाम था दा गर्ल फ्रोम पेट्रोवका इस मूवी की कहानी एक नॉवेल से ली गई थी और होपकिन्स अपने क्रैक्टर को और बेहतर समझने के लिए इस नॉवेल को पढ़ना चाहते थे। परन्तु उनको ये किताब  बहुत जगह  ढूंढने के बाद भी  नहीं मिल पाई परन्तु एक दिन होपकिन्स किसी ट्रेन में ट्रैवल कर रहे थे।





अचानक उनकी नजर  एक किताब पर पड़ती है। जो कोई पैसेंजर वहां पर भूल गया था। और वो उस किताब को उठा लेते हैं और देखते हैं तो पता चलता है ये तो वही नॉवेल है जिसको उन्होंने कहां कहां नहीं ढूंढा और अब  इस नॉवेल को पाकर उनका  खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। और उस किताब के जरूरी पार्ट किसी ने मार्क भी कर रखे थे। क्या इतेफाक था लेकिन अभी कहानी में कुछ और होना भी बाकी था। और इस मूवी के शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर जॉर्ज फीफर से मिलते हैं और दोनों आपस में बातें कर रहे थे,और इन्हीं बातों के दौरान Feifer Anthony को बताते हैं कि अपनी मार्क की हुई बुक किसी बन्दे को दी थी, और उसने उस किताब को कहीं खो दी है। 




और ये सब सुनते ही Anthony सब समझ जाते हैं क्योंकि जो बुक उनको ट्रेन में मिली थी उसी के बारे में फीफर बता रहे थे। और Anthony ये सब सुनकर झट से वो किताब अपने बैग से निकाली और फीफर को दे दी और ये सब देखकर दोनों ही हैरान हो गए की एक किताब खोने के बाद भी उनको वापिस मिल गई और वो भी उस टाइम पर जब Anthony को उस किताब की बहुत ज्यादा जरूरत थी। तो दोस्तो था ना ये एक हैरान कर देने वाला coincidences.


Hoover Dam




हूवर डैम का कंस्ट्रक्शन चल रहा था 1931 अमेरिका में और उसके बाद होता है यहां एक बहुत ही दुखदाई घटना हूवर डेम पर काम कर रहे 96 वर्कर एक हादसे के कारण उनकी मृत्यु हो जाती है। और ये मौतें बहुत ही दर्दनाक थी। और इन मौतों की शुरुआत इस डेम के कंस्ट्रक्शन से पहले ही हो गई थी 1922 में जब जे.जी. टियरनी नाम के एक व्यक्ति और उसके सहकर्मी के साथ हूवर डेम के लिए 20 दिसम्बर 1922 को जमीन का सर्वे करने गए थे। और वो दोनों कभी वापस नहीं लौटे कहा तो ऐसे जाता है कि उनकी मौत नदी में डूबने के कारण हो गई। और इस कहानी कि शुरुआत यही से होती है और ठीक इसके 14 साल बाद जे.जी. टियरनी की मौत के ठीक उसी दिन 20 दिसंबर 1936 को इस प्रोजेक्ट के दौरान आखरी मौत हुई और जिसने सभी को हैरान कर दिया पता है आपको वो मौत किस की हुई थी



 जे.जी. के अपने बेटे पेट्रिक w टियरनी की।  उसकी इलेक्ट्रिक टॉवर से गिरने से मौत हो गई थी। और ये दर्दनाक इतफाक सुनने के बाद हर कोई हैरान था। दो लोग बाप और बेटा एक ही जगह और एक ही दिन मौत का होना किसी इतफाक से कम नहीं था। और इसके बाद एक अच्छे से और बढ़िया coincidences के बारे में और जान लेते हैं। 


आखिर एक बाप को मिल ही गई उसकी बेटी


बहुत सी फिल्मों में आपने बहुत सी बार ऐसा होते जरूर देखा होगा जो हम आपको अभी बताने वाले हैं वो किसी फिल्म के सीन से कम नहीं है।  ब्रिटेन के माईकल डिक के साथ एक ऐसा ही वाक्य होता है। माईकल 10 साल तक अपनी पत्नी से अलग रह रहे थे, और उनके साथ उनकी दो बेटियां रहती थी। उनका अपनी पत्नी और अपनी एक ओर बेटी लिजा से कोई कॉन्टैक्ट नहीं था। वो कहते हैं ना खून के रिश्ते ऐसे ही खत्म नहीं होते। 10 साल बाद माईकल ने अपनी बेटी लिजा से मिलने का मन बना लिया। और माईकल जहां उनकी बेटी रहती थी वहां पहुंच गया। और एक लोकल न्यूज एडिटर को अपनी दुःख भरी कहानी सुनाने लगा, और न्यूज एडिटर ने उनकी एक फोटो ले ली उनकी दोनों बेटियों के साथ। और अगले ही दिन उस एडीटर ने माईकल की कहानी उनकी फोटो के साथ लोकल न्यूज पेपर में छाप दी। और अब आता है कहानी में एक नया मोड़ और अब लिजा के लिए  अपने फादर को एक न्यूज पेपर में देखना शॉकिंग था लेकिन तभी लिजा को उस तस्वीर में एक अजीब चीज दिख जाती है। लिजा ने जब उस फोटो को ध्यान से देखा तो पाया कि उस फोटो में पीछे उसकी भी तस्वीर थी। अक्सर हुआ ये था जब माईकल अपनी फोटो खिचवा रहा था तो लिजा और उसकी मां वहां से गुजर रहे थे। 



और ये सब देखकर लिजा अब बहुत हैरान थी। तो चलो दोस्तो आगे इससे भी मजेदार कहानी आपको सुनाते हैं, ये कहानी भी किसी जुड़वां मूवी से कम नहीं है।


William West case






जो फोटो आप ऊपर देख पा रहे हैं उसको गोर से देखिए आपको लग रहा होगा एक ही आदमी के दो फोटो आपस में जुड़े होंगे।  लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। और सायद आपको इन दोनों तस्वीरों में कोई भी फर्क नजर नहीं रहा होगा। लेकिन ये दोनों एक ही व्यक्ति की फोटो नहीं है और ना ही ये कोई दो जुड़वा भाई है, ये दो अलग अलग आदमियों की तस्वीरें हैं जिनका दूर - दूर  तक कोई रिश्ता नाता नहीं है। ये दोनों फोटो एक ही नाम वाले विलियम वेस्ट दो अलग अलग  इन्सानों की है, दो अलग अलग लोग है




और दोनों का ही सैम नाम है, है ना मजेदार अब आप सोचोगे ऐसा केसे हो सकता है, तो दोस्तो बिल्कुल ऐसा ही है। और ये दोनों फोटो दो अपराधियों की है 1903 में लीवनवर्थ जेल में ली गई थी। जब इस साल विलियम वेस्ट को किसी छोटे अपराध के लिए जेल में लाया गया था, और वहां सब लोग ये देखकर परेशान हो गए थे कि ऐसी सकल का और इसी नाम का एक व्यक्ति और इसी जेल में बन्द है और वो भी मर्डर के आरोप में। जेल को अब अपना सारा रिकॉर्ड चेक करना पड़ा था कि जो पहले वाला विलियम वेस्ट कहीं जेल से फरार तो नहीं हो गया है, और जेल के अधिकारियों को ये सब देखने के बाद ये पता चला कि पहले वाले विलियम वेस्ट भाई तो अभी तक जेल में ही बन्द है। 




औरबाद में जेल में सभी लोगों के मन में बस एक ही स्वाल रहा था कि ये कहां से गया, और एक इंटरस्टिंग फैक्ट इन दोनों की पहचान कराने के लिए ही जेल में फिंगर प्रिंट लेने की परम्परा पहली बार  चली थी। और ये परम्परा आज दुनिया की हर एक जेल में फिंगर प्रिंट देना जरूरी है।

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